घरेलू हिंसा एवं क़ानूनी प्रावधान
यत्र नारयस्तु पूजयन्ते रमन्ते तत्र देवता (जहाँ नारी का सम्मान होता है, वहाँ देवताओ का वास होता हैं ) .... मनुस्मृति इस लेख की शुरुआत के पहले मैं एक घटना बताना चाहता हूँ, यह घटना एक परिचित न्यायाधीश महोदया के साथ हुई , न्यायाधीश महोदया न्यायालय की ओर जा रही थी तभी उनके घर के बाहर लगभग 25 वर्षीय एक महिला अपने साथ तीन बच्चो को गोद में लिए आई और कुछ खाना मांगने लगी, उस महिला के सामने के दांत टूटे हुए थे, तब न्यायाधीश महोदया ने उस महिला से कौतूहलवश तुम गुटखा खाती हो? तब उस महिला ने बताया नहीं मैडम मैं गुटखा नहीं खाती यह दांत तो मेरे पति ने मुझसे शर...